उप्र के सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर, संविदाकर्मियों से मांगे जाते हैं पैसे : बीएमएस

लखनऊ । भारतीय मजदूर संघ(बीएमएस) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र प्रताप सिंह ने बुधवार को आयोजित रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। रोडवेज के संविदा कर्मचारी हों, स्वास्थ्य विभाग या एनएचएम के कर्मचारी हों, उनसे विभागीय अधिकारी पैसे की मांग करते हैं।

महेन्द्र प्रताप सिंह ने आगे कहा कि ऐसे भ्रष्टाचारी अधिकारियों का स्वागत आशा वर्करें चप्पल से करें। उन्होंने केंद्र एवं प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली नहीं की जाती है तो आने वाले समय में केंद्र एवं प्रदेश सरकारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

उल्लेखनीय है कि संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों व कर्मचारियों की मांगों को लेकर भारतीय मजदूर संघ(बीएमएस) ने बुधवार को लखनऊ के इको गार्डेन में ‘जागो सरकार-मजदूर आपके द्वार’ के नारे के साथ एक बड़ी रैली की। रैली के मंच से मजदूर संघ के नेताओं ने सरकार से संविदा कर्मचारियों का शोषण रोकने के लिए ठेका प्रथा में बिचौलियों पर रोक लगाने की मांग की।

रैली में आशा, आंगनबाड़ी, एनएचएम, शुगर फैक्ट्री, रोडवेज, विद्युत, बैंक, सार्वजनिक क्षेत्र, प्रतिरक्षा, पोस्टल, बीएसएनएल समेत विभिन्न विभागों के नियमित, संविदा व आउटसोर्सिंग के करीब 50 हजार से अधिक कर्मचारियों ने हिस्सा लेकर सरकार की नीतियों के खिलाफ आक्रोश जताया।

संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए निगम बनाए सरकार : अनुपम

भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अनुपम ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उद्योगों में नियमितीकरण नहीं हो रहा है। सरकार ठेका प्रथा को बढ़ावा दे रही है। ठेका प्रथा में बिचौलिये हावी हैं। संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों का शोषण हो रहा है, जिसकी वजह से कर्मचारी आत्महत्या करने पर विवश हो रहे हैं। क्षेत्र संगठन मंत्री ने सरकार से मांग की है कि संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए निगम बनाया जाय और निगम के माध्यम से कर्मचारियों की नियुक्ति की जाय और उचित वेतन एवं सामाजिक सुरक्षा मुहैया करायी जाय।

भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री अशोक कुमार शुक्ला ने कहा विभिन्न विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों एवं श्रमिकों की समस्याएं निरंतर बढ़ती जा रही है और हर स्तर पर इनका शोषण किया जा रहा है। इन कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा न मिलने के कारण इनके और इनके परिवारों का भरण पोषण करना कठिन हो रहा है।

संविदा कर्मचारियों का शोषण बंद करो वर्ना कुर्सी छोड़ दो : सर्वेश द्विवेदी

रैली को संबोधित करते हुए भारतीय मजदूर संघ के नेता सर्वेश द्विवेदी ने कहा कि संविदा कर्मचारियों का शोषण बंद करो, वर्ना कुर्सी छोड़ दो। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के समय के कानून को बदलने की जरूरत है। सरकार के संबंधित विभागों के मंत्रियों और अफसरों को अगर कुर्सी पर रहना है तो राष्ट्र शक्ति के साथ चलना होगा। स्वास्थ्य,ऊर्जा व नगर विकास विभाग के मंत्री को जमीन पर उतरकर श्रमिकों की समस्याओं को समझना होगा और उनका निराकरण करना होगा। अगर मंत्रियों के पास मजदूर संघ के पदाधिकारियों से बात करने का समय नहीं है तो उन्हें कुर्सी पर रहने का हक नहीं है।

संगठन के प्रदेश महामंत्री अनिल उपाध्याय ने कहा की सरकार को चाहिए कि कर्मचारियों के लिए नीति बनाए जिसमें सम्मानजनक वेतन सामाजिक सुरक्षा जैसी सुविधाएं संविदा एवं आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को मिल सके।

प्रदेश संगठन मंत्री रामनिवास सिंह ने कहा कि ऊर्जा विभाग नियमित निलंबित विद्युत कर्मचारियों को अभी तक बहाल नहीं किया गया है। बिजली विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण करके संविदा कर्मचारियों को पुन: बहाल किया जाए। 108, 102 एंबुलेंस के बर्खास्त कर्मचारियों को जल्द बहाल किया जाए तथा झूठे मुकदमें वापस किए जाएं।

रैली में पूर्व प्रदेश महामंत्री श्रीकांत अवस्थी, प्रदेश उपाध्यक्ष विनीता कुसुम मिश्रा, प्रदेश मंत्री सुरेश यादव, प्रदेश कार्यालय मंत्री संजय प्रताप सिंह, विभाग प्रमुख सुशील श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष मिथिलेश शुक्ला, मीरा सिंह, हेमलता, मनमोहन दास जिलामंत्री कीर्तिवर्धन सिंह, एनएचएम प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय मौजूद रहे।

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